प्रगतिशील मानसिकता

गुरुदेव रवींद्रनाथ टागोर यांच्याबद्दलची एक गोष्ट सांगतात. ते रोज सूर्योदयाच्या वेळा घराच्या गच्चीत येऊन उभे राहायचे आणि पूर्वेकडे बघत राहायचे.
Cultivating a Progressive Mindset

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- डी. एस. कुलकर्णी, जीवन कौशल्य प्रशिक्षक

मनुष्य की आयु सीमित है. मौत के बाद क्या होता हैं ये कोई नहीं जानता, ना ही मुझे परवाह है. चूँकि, इसलिए, मैं जीवन की अवधी बढ़ाकर उसकी सामग्री नहीं बढ़ा सकता, इसलिए मैं इसकी तीव्रता बढ़ाकर इसे बढ़ाऊंगा...

- डॉ. होमी भाभा

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